लैंडेड कॉस्ट कैलकुलेटर

आयातित उत्पाद की कुल लागत की गणना करें, जिसमें शिपिंग, सीमा शुल्क, शुल्क और कर शामिल हैं, ताकि प्रति आइटम अंतिम लागत निर्धारित की जा सके।

शिपमेंट विवरण

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उत्पाद लागत + शिपिंग लागत पर गणना की जाती है।

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उत्पाद लागत + शिपिंग लागत + सीमा शुल्क पर गणना की जाती है।

परिणाम

कुल लैंडेड लागत

लागत का विवरण

परिचय

यह कैलकुलेटर आपके आयातित उत्पाद का वास्तविक “लैंडेड कॉस्ट” निकालता है-यानी उत्पाद मूल्य, शिपिंग, सीमा शुल्क (कस्टम ड्यूटी), कर (GST/VAT/सेल्स टैक्स), बीमा और अन्य शुल्क जोड़कर कुल लागत। इससे ई-कॉमर्स विक्रेता, थोक आयातक, स्टार्टअप, और प्रोक्योरमेंट टीमें सही बिक्री मूल्य तय कर पाती हैं और मार्जिन की योजना बना पाती हैं।

यह कैसे काम करता है

  1. अपनी स्थानीय मुद्रा (जैसे ₹) में सभी राशियाँ भरें।
  2. Product Cost, Shipping Cost, Insurance और Other Fees दर्ज करें।
  3. Customs Duty (%) और Sales Tax/VAT/GST (%) चुनें।
  4. Quantity डालें ताकि प्रति यूनिट लागत निकले।
  5. Calculate दबाने पर आपको कुल लैंडेड कॉस्ट, प्रति यूनिट कॉस्ट और विस्तृत ब्रेकडाउन मिलेगा।

इनपुट्स समझें

  • Product Cost: सप्लायर को चुकाई गई कुल वस्तु लागत (आमतौर पर FOB/EXW मूल्य)।
  • Shipping Cost: अंतरराष्ट्रीय फ्रेट/कूरियर/पोस्टल खर्च। भारी या वॉल्यूमेट्रिक वज़न से यह बदल सकता है।
  • Quantity: आयातित यूनिट्स की संख्या; इसी से प्रति यूनिट लागत निकलती है।
  • Customs Duty (%): सीमा शुल्क दर। यह HS कोड, देश-उत्पत्ति और व्यापार समझौतों पर निर्भर कर सकती है।
  • Sales Tax/VAT/GST (%): आयात पर लगने वाला उपभोग कर। भारत में यह IGST के रूप में लिया जा सकता है; अन्य देशों में VAT/सेल्स टैक्स।
  • Insurance: ट्रांजिट बीमा। कुछ देशों में सीमा शुल्क का आधार “CIF = Cost + Insurance + Freight” होता है। यदि आपके यहाँ बीमा आधार का हिस्सा नहीं है, तो 0 दर्ज करें।
  • Other Fees: कस्टम ब्रोकर, हैंडलिंग, पोर्ट/टर्मिनल, डॉक्यूमेंटेशन, डिलीवरी ऑर्डर, स्कैनिंग, बैंक/पेमेंट गेटवे और कूरियर डिस्बर्समेंट जैसे शुल्क।

परिणाम और उनका अर्थ

  • Total Landed Cost: आपके शिपमेंट की कुल वास्तविक लागत (सभी शुल्क और कर सहित)।
  • Landed Cost Per Item: कुल लागत ÷ Quantity; यही आपको मूल्य निर्धारण और मार्जिन के लिए चाहिए।
  • Detailed Breakdown: उत्पाद, शिपिंग, बीमा, सीमा शुल्क, कर और अन्य फीस-प्रत्येक का अलग-अलग योगदान।

विधि और मान्यताएँ

हम उच्च-स्तरीय, व्यवहारिक नियम अपनाते हैं क्योंकि देशों के नियम अलग-अलग होते हैं:

  • सीमा शुल्क का आधार: अक्सर माल की लागत + शिपिंग (कई स्थानों पर बीमा भी, यानी CIF)।

Customs Duty Amount = Duty Base × Customs Duty (%)
जहाँ Duty Base = Product Cost + Shipping (+ Insurance, यदि लागू)

  • बिक्री कर/वैट/जीएसटी का आधार: अक्सर माल की लागत + शिपिंग (+ बीमा, यदि लागू) + सीमा शुल्क।

Sales Tax/VAT/GST Amount = Tax Base × Tax Rate (%)
जहाँ Tax Base = Product Cost + Shipping (+ Insurance, यदि लागू) + Customs Duty

  • कुल लैंडेड कॉस्ट:

Total = Product Cost + Shipping + Insurance + Customs Duty + Sales Tax/VAT/GST + Other Fees

  • प्रति यूनिट:

Per Item = Total ÷ Quantity

  • राउंडिंग: रकम दो दशमलव तक राउंड की जा सकती है।
  • नोट: “Other Fees” पर टैक्स/ड्यूटी देश के नियमों पर निर्भर कर सकता है; यह टूल डिफ़ॉल्ट रूप से उन पर अतिरिक्त कर नहीं जोड़ता।

डोमेन संदर्भ: सीमा शुल्क, कर और स्थानीय नियम

  • डि मिनिमिस (De minimis): एक न्यूनतम वैल्यू सीमा होती है, जिसके नीचे कई देशों में शुल्क/कर नहीं लगते। यह देश-दर-देश बदलती है। शिपमेंट अगर इस सीमा से नीचे है, तो ड्यूटी/टैक्स 0 हो सकते हैं।
  • HS Code: सही HS कोड चुनने से ड्यूटी दर बदल सकती है (कम या ज्यादा)।
  • इन्को टर्म्स (Incoterms): EXW/FOB में खरीदार अधिक शिपिंग जोखिम उठाता है; CIF में बीमा/फ्रेट अक्सर सप्लायर जोड़ता है; DDP में विक्रेता ड्यूटी/टैक्स चुका देता है-ऐसे में आप “Customs Duty” और “GST/VAT” को 0 रखें यदि पहले से सम्मिलित हों।
  • दरें बदल सकती हैं: ड्यूटी, सरचार्ज/सेस, और GST/VAT दरें समय-समय पर संशोधित होती हैं। नवीनतम दरें और स्थानीय नियम अवश्य जाँचें।

टिप्स और रणनीतियाँ

  • HS कोड पक्का करें: गलत कोड से अनचाहे शुल्क लग सकते हैं।
  • शिपिंग की सही गणना: कूरियर में वॉल्यूमेट्रिक वज़न लागू हो सकता है; फ्रेट कोटेशन से मिलान करें।
  • एक्सचेंज रेट जोड़ें: विदेशी मुद्रा खरीद पर बैंक/गेटवे मार्जिन (जैसे 1-3%) Other Fees में शामिल करें।
  • हिडन कॉस्ट न भूलें: ब्रोकर/DO/THC/स्कैनिंग/वेयरहाउस/डीमरेज/री-डिलीवरी जैसे खर्च जोड़ें।
  • डि मिनिमिस का लाभ: छोटे ऑर्डर या सैंपल भेजते समय सीमा का ध्यान रखें-कई बार ड्यूटी/टैक्स बच सकता है।
  • मूल्य निर्धारण: Per Item लागत पर वांछित ग्रॉस मार्जिन जोड़कर MRP/सेलिंग प्राइस तय करें।
  • परिदृश्य परीक्षण: Duty% और Tax% बदलकर “व्हाट-इफ” विश्लेषण करें।

उदाहरण गणना

मान लें आप 50 यूनिट इलेक्ट्रॉनिक एक्सेसरी आयात कर रहे हैं।

  • Product Cost: ₹1,50,000
  • Shipping Cost: ₹20,000
  • Insurance: ₹3,000
  • Other Fees: ₹2,000
  • Customs Duty: 10%
  • GST/VAT: 18%
  • Quantity: 50

चरण 1: Duty Base = Product + Shipping + Insurance = 1,50,000 + 20,000 + 3,000 = ₹1,73,000
चरण 2: Customs Duty = 10% × 1,73,000 = ₹17,300
चरण 3: Tax Base = Product + Shipping + Insurance + Customs Duty = 1,50,000 + 20,000 + 3,000 + 17,300 = ₹1,90,300
चरण 4: GST/VAT = 18% × 1,90,300 = ₹34,254
चरण 5: Total Landed Cost = Product + Shipping + Insurance + Customs Duty + GST/VAT + Other Fees
= 1,50,000 + 20,000 + 3,000 + 17,300 + 34,254 + 2,000 = ₹2,26,554
चरण 6: Landed Cost Per Item = 2,26,554 ÷ 50 = ₹4,531.08

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. क्या सीमा शुल्क हमेशा लागत + शिपिंग पर लगता है?
  • अधिकांश जगह ऐसा ही होता है; कई देशों में बीमा भी जोड़ा जाता है (CIF)। स्थानीय नियम देखें और Insurance फ़ील्ड उसी अनुसार उपयोग करें।
  1. क्या Other Fees पर भी टैक्स लगता है?
  • कुछ न्यायालयों में हाँ, कुछ में नहीं। यह टूल डिफ़ॉल्ट रूप से Other Fees पर अतिरिक्त टैक्स नहीं लगाता। यदि आपके यहाँ लगता है, तो उन्हें Product/Shipping में शामिल करके आधार बढ़ाएँ या टैक्स दर बढ़ाकर परिदृश्य चलाएँ।
  1. डि मिनिमिस क्या है?
  • वह न्यूनतम वैल्यू सीमा जिसके नीचे ड्यूटी/टैक्स नहीं लगते। यह देश-दर-देश अलग है और समय-समय पर बदल सकती है।
  1. इन्को टर्म्स का कैलकुलेशन पर क्या प्रभाव है?
  • DDP में विक्रेता ड्यूटी/टैक्स चुका चुका होता है; ऐसे में Duty% और Tax% को 0 करें। EXW/FOB/CIF में खरीदार को शिपिंग/बीमा/ड्यूटी/टैक्स जोड़ने पड़ते हैं।
  1. विनिमय दर के उतार-चढ़ाव को कैसे मानें?
  • Product/Shipping को स्थानीय मुद्रा में बदलते समय उपयोग की जाने वाली दर और बैंक/गेटवे शुल्क Other Fees में जोड़ें। अनिश्चितता के लिए 1-3% बफर मददगार है।
  1. क्या रिटर्न/वारंटी लागत जोड़नी चाहिए?
  • यह नियामकीय नहीं है, पर कुल लागत समझने के लिए आप अनुमानित रिटर्न/वारंटी खर्च Other Fees में शामिल कर सकते हैं।

सारांश

Calq. का Landed Cost Calculator आयात की पूरी तस्वीर साफ करता है-उत्पाद, शिपिंग, सीमा शुल्क, कर और विविध शुल्क सब एक जगह। इससे आप सही कीमत तय कर सकते हैं, मार्जिन बचा सकते हैं और अप्रत्याशित खर्चों से बच सकते हैं। ऊपर दिया गया कैलकुलेटर अपनी वास्तविक दरों और शुल्कों के साथ चलाएँ और प्रति यूनिट सटीक लागत जानें।

अस्वीकरण

यह सामान्य सूचना है, वित्तीय या कानूनी सलाह नहीं। ड्यूटी/कर/सरचार्ज/डि मिनिमिस और इन्को टर्म्स सम्बंधी नियम देश और समय के अनुसार बदलते हैं। अपने शिपमेंट पर लागू वर्तमान दरें और स्थानीय आवश्यकताएँ अवश्य जाँचें।